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पाखण्डी मॉ

                       

(शाम का समय, सड़क का दृश्य, शराबी और पागल दोनों मौजूद रहते है।

शराबी- लाडू लाव न लापसी, पूजा चढ़े अपार।
      पूंजी पुजारी ले गया, मूरत के मुॅह छार।।

पागल- (जोर से हंसते हुये ) हा.....हा....हा तुम अपने को 21 वीं सदी का नागरिक बताते हो, 21 वीं सदी का (फिर हंसता है।) वक्त बढ़ रहा है, पर तुम वहीं पीछे हो 21 वीं सदी के होते तो राधे मॉ, राम रहीम, राम वृक्ष जैसे संतों के भक्त न होते। देखो भाइयो, मान जाओ एक बार फिर बोल रहा हॅू।

(पागल की बात पूरी नहीं हो पाती। पाखण्डी मॉ की जय-जयकार करती हुई पब्लिक आती, मॉ भी साथ होती है। एक व्यक्ति शराबी को हटाता है।)

व्यक्ति- बीच सड़क से हटिये, देख नही रहे पाखण्डी मॉ जी आ रही है
पागल- अरे सुनो तो
व्यक्ति-(गुस्से से।) पाखण्डी मॉ आ रही है बीच से हटिये ।
पागल- नहीं सुनने तो न सुनो हमें का करनें।

(यह कहते हुये पागल हट जाता है, एक भीड़ आती है जो पाखण्डी मॉ की जय-जयकार करती है।)

भीड़- पाखण्डी मॉ की जय, पाखण्डी मॉ की जय

(भीड़ पार्क में जाकर बैठ जाती है। बाबा कुर्सी पर विराजमान होते है।)

पाखण्डी मॉ - शिष्यों कभी विप्पतियों से डरा नहीं करो बल्कि उनका सामना करो क्योंकि विपत्तियॉ ही जिन्दगी जीने की कला सिखाती है। ईश्वर की पूजा करो, सत्य बोला करो कल्याण होगा।
(पाखण्डी मॉ के पास एक व्यक्ति रोता हुआ आता है वह अपने साथ एक बच्चे को लिये रहता है।)
रमेश (रोता हुआ हाथ जोड़कर)- मॉ मुझ पर कृपा करो मॉ, अपनी कृपा करो मेरे एक पुत्र ने तनाव में आकर आत्महत्या की कोशिश की आपके आशीर्वाद से वह बच गया लेकिन मॉ ऐसी कृपा करो कि उसका तनाव खत्म हो जाये। (रमेश रोता है।)

पाखण्डी मॉ- चिन्ता न करो भक्त, सब मंगलमय हो जायेगा। सारी बाधायें दूर हो जायेगी। सोने से पहले रोज एक बाल्टी गुनगुने पानी में चार चम्मच नमक घोलकर इसके पैरों को घुटनों तक डुबो कर रखें और प्रभु के नाम का जाप करें रोज यह उपाय करने से भक्त तुम्हारा कल्याण होगा। चमत्कार होगा।

रमेश-(पैरों में गिरकर) मॉ पाखण्डी की जय, मॉ आप मेरी पालनहार हो, सदैव आपका ऋणी रहूॅगा । ऐसी ही कृपा दृष्टि बनाये रखना।

पाखण्डी मॉ- उठो वक्त, तुम्हारा कल्याण होगा।

(रमेश का प्रस्थान, सुरेश का आगमन)

सुरेश- पाखण्डी मॉ की जय हो। मॉ हमारे घर पर घोर संकट आ गया यदि वह दूर नहीं हुआ तो हमारा परिवार भूखे मर जायेगा। गेहूॅ कीड़े खा रहे है खाने को मोहताज हो जायेगें मॉ कृपादृष्टि करो।

मॉ- ईश्वर में विश्वास रख मॉ है न तेरे साथ, सब मंगलमय होगा। जिस टंकी में गेहॅू रखते हो उस टंकी के नीचे प्रभु का नाम लेकर नीम के पत्ते रख दो गेहूॅ रखने के बाद दो नीबू उसारकर जल में प्रवाहित कर दो, कीड़े नहीं लगेगें, कल्याण होगा।

सुरेश- पाखण्डी मॉ की जय हो, जय हो।

पाखण्डी मॉ - मेरी साधना का वक्त हो रहा है। आश्रम चलना चाहिये।

(पाखण्डी मॉ के साथ सभी चल देते है। पागल का प्रवेश। पागल व्यक्तियों को रोकने का प्रयास करते हुये अपनी बात कहने का प्रयास करता है पर व्यक्तियों द्वारा पागल की बात को अनसुना कर दिया जाता है।)

पागल- भाई एक मिनट मेरी बात तो सुनो, भाई आप ही सुन लो (व्यक्तियों को रोकते हुये) कोई मेरी बात सुन लीजिये, मैं पागल नहीं हूॅ, नहीं हूॅ, नही हॅू, इस जालिम समाज ने मुझे पागल बना दिया है तुम लोग जिस मॉ के जय-जयकारे कर रहे हो वह मॉ झूठी, ढ़ोगी है। कोई तो मेरी बात पर विश्वास करो।

(शराबी का प्रवेश)

शराबी- अरे भाई, मैं आ गया मैं सुनूॅगा तुम्हारी बात, ये सब वक्त आने पर पछतायेंगे। एक दिन जरूर पछतायेंगे, मेरी प्रेमिका भी इस मॉ की भक्त थी मना किया नहीं मानी। ब्रेकअप कर लिया करमजली से आखिर कब तक उसके अन्धविश्वास को बर्दास्त करता आखिर कब तक ?

पागल- समझ सकता हॅू दोस्त, लोगों को बहुत समझाने की कोशिश की, पता नहीं साले किस चक्की का आटा खाते समझ ही नहीं पाते।

शराबी- मैं भी अपनी प्रेमिका से बहुत प्यार करता था उसकी हर एक बात मानता इन ढोगी से बचने के लिये समझाने का प्रयास किया लेकिन उल्टा चोर कोतवाल को डांटने लगा, छोड़ दिया हमेशा-हमेशा के लिये। उसकी जुदाई ने ही मुझे शराबी बना दिया। तुम्हें पता है भाई ये जो पानी पैर डालने का उपाय बताया वह चमत्कार नहीं है।

पागल- हॉ भाई, पता है वह उपाय वैज्ञानिक आधार पर निर्भर करता है नमक सोडियम और क्लोराइड का मिश्रण होता है। सोडियम क्लोराइड के घोल की यह खासियत होती है कि यह तनावमुक्त कर देता है और गहरी और सकून देने वाली नींद आती है।

शराबी- सही बोल रहे हो भाई, लेकिन ढ़ोगी बाबाओं से हम भी हार नहीं मानेगें।

पागल- बिल्कुल भाई, हम तुम्हारे साथ है, चलो चलते है।

                                समाप्त