मंगलवार को पुणे शहर के स्वर्गेट एसटी बस स्टैंड पर एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जहां एक 26 वर्षीय महिला के साथ शिवशाही बस में दुष्कर्म किया गया। इस जघन्य अपराध का आरोपी दत्तात्रेय रामदास गाडे (36), शिरूर तालुका के गुनात गांव का निवासी है, जो पहले भी कई आपराधिक मामलों में शामिल रहा है। पुलिस के अनुसार, आरोपी के खिलाफ पहले से ही चोरी, लूट और डकैती के सात मामले दर्ज हैं।
पीड़िता फलटण जाने के लिए स्वर्गेट बस स्टेशन पर पहुंची थी। वहां दत्तात्रेय ने खुद को मददगार बताकर उसे बस तक पहुंचाया और झूठा दावा किया कि बस फलटण जाएगी। विश्वास जीतने के लिए वह पीड़िता को “ताई” कहकर बुला रहा था। बस में चढ़ने के बाद आरोपी ने पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया और जान से मारने की धमकी दी, जिससे पीड़िता इतनी डर गई कि वह चुप रही। बाद में, दूसरी बस से घर लौटते समय उसने परिवार को घटना की जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज की गई।
पुराना आपराधिक रिकॉर्ड
दत्तात्रेय गाडे के खिलाफ पुणे, शिकरपुर, सूपा, केडगांव और कोतवाली पुलिस थानों में कई मामले दर्ज हैं। वह 2019 में एक कार खरीदकर यात्रियों को लिफ्ट देने के बहाने महिलाओं को सुनसान जगह ले जाकर लूटपाट करता था। 2020 में कारे घाट में डकैती के बाद उसे गिरफ्तार भी किया गया था। गांव में उसका परिवार खेती करता है, लेकिन दत्ता ने काम करने के बजाय अपराध का रास्ता चुना।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
पुलिस को सूचना मिलने के बाद आरोपी की तलाश शुरू की गई। मुखबिरों की मदद से पता चला कि आरोपी गन्ने के खेत में छिपा हुआ है। पुणे पुलिस ने ड्रोन के जरिए खेतों की तलाशी लेकर उसे गिरफ्तार किया। पुलिस अब उसके अन्य अपराधों और नेटवर्क की भी जांच कर रही है। यह घटना समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि कैसे आदतन अपराधी लोगों की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकते हैं। पुणे पुलिस की तत्परता से आरोपी को पकड़ लिया गया, लेकिन यह जरूरी है कि ऐसे मामलों में त्वरित न्याय मिले ताकि पीड़ितों को इंसाफ मिल सके और समाज में विश्वास बहाल हो सके।
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