एक भिखारी ने एक राज खोला।
इच्छा बताते हुये वह मुझसे बोला।
हम भी कुर्सी की लड़ाई लड़ेंगे।
2017 में उम्मीदवार बनेंगे।
मैने कहा-"इतना खर्चा कँहा से आएगा।
क्या एक वोट भी आपको मिल पायेगा।"
गुस्से से वह बोला-
"सुनिये जनाब।
आगे होता है क्या?
जरूर देखिये आप।
कटोरा लिये इस चौराहे पर जरूर बैठा हूँ।
पर आलीशान महल में रहता हूँ।
जिस दिन में नेता बन जाऊंगा।
समय का पहिया उल्टा घुमाऊंगा।
आप सिर्फ देखते ही रह जायेंगे।
जब आप भी भिखारी बन जायेंगे।
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