अपनों ने हमें जीने का नजरिया सिखा दिया।
ठोकरो ने हमें चलना सिखा दिया।
क्या हुआ जो छीन लिया आपने हौसला
पंखों ने हमें मंजिल पाना सिखा दिया।
माना कि आप सूरज हो मगर ढलते हुये
हालातों ने मुझे खुद से मिलना सिखा दिया।
पारसमणि अग्रवाल
https://www.youtube.com/watch?v=qwNJA1GSpYA&feature=youtu.be
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