बाबुल की दुआएँ लेता जा, जा तुझको सुखी संसार मिले
भारत की फिर न याद आए, तुझको सटीक उपचार मिले
छूने से तुम जिस्मों से आते, कोरोना तुम कहलाते।
विश्व है बहुत परेशान, महामारी तुम पुकारे जाते।
बहुत हुआ आतंक तुम्हारा, तुझे डॉक्टर का सफल प्यार मिले।
बाबुल की दुआएँ लेता जा, जा तुझको सुखी संसार मिले
वर्तमान से हो तेरा अंत, इतिहास में नाम रहे।
हो ऐसा चमत्कार, इलाज तेरा न खास रहे।।
बुझे न चिराग घर के, न फिर वायरस परिवार मिले।
बाबुल की दुआएँ लेता जा, जा तुझको सुखी संसार मिले।
निपट जाए सारे सकंट सेनेटाइजर की छाँव में
मिल जाये अब मुक्ति पारस के एक ही दांव में
उस द्वार से तुम हमेशा दूर रहो,जंहा महामारी का द्वार मिले
बाबुल की दुआएँ लेता जा, जा तुझको सुखी संसार मिले।
©पारसमणि अग्रवाल
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